गुप्त वंश ( Gupta Dynasty )

▪️कुषाण साम्राज्य ( Kushan Vansh ) के ध्वंस अवशेषों पर गुप्त साम्राज्य ( Gupta Empire ) का उदय हुआ। संभवत: ये लोग कुषाणों के सामंत थे जिन्होंने कुषाणों के बाद उनका स्थान ले लिया । लगभग 230 ई० में कुषाण सत्ता समाप्त होने लगी थी । तब मध्य भारत में एक बड़ा भाग शकों के … Read more

मैथिलीशरण गुप्त ( Maithilisharan Gupt )

जन्म – 3 अगस्त, 1886 ( चिरगांव, झाँसी )प्रति वर्ष 3 अगस्त को उनकी जयंती ‘कवि दिवस’ के रूप में मनायी जाती है | लक्ष्मीकांत शर्मा ने उनकी जयंती को कवि दिवस के रूप में मनाने का विचार दिया था | मृत्यु – 12 दिसम्बर, 1964 ( झाँसी ) पिता – रामचरण गुप्त ( कनकलता … Read more

मुगल वंश / Mughal Vansh ( 1526 ई o से 1857 ईo )

मुगल वंशावली 1. जहीरूद्दीन मुहम्मद बाबर ( 1626-1530 ) 2. नसीरुद्दीन हुमायूं ( 1530-1540; 1555-1556) 3. जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर ( 1556-1605) 4. जहांगीर ( 1605-1627) 5. शाहजहां ( 1627-1658 ) 6. औरंगजेब ( 1658-1707 ) 7. बहादुर शाह ( 1707-1712) 8. जहांदार शाह ( 1712-1713 ) 9. फर्रूखसियर ( 1713-1719 ) 10 मुहम्मद शाह ( … Read more

डॉ लक्ष्मी नारायण लाल के नाटक ( Dr. Lakshminarayan Lal Ke Natak )

डॉ लक्ष्मी नारायण लाल ( 1927 – 1987 ) स्वातंत्र्योत्तर भारत के प्रमुख नाटककार हैं | इन्होंने हिंदी नाटक को नई पहचान दिलाई | उन्होंने अपनी लेखनी से अनेक नाटकों की रचना की | उनके द्वारा रचित प्रमुख नाटक निम्नलिखित हैं :- अंधा कुआं ( 1955 ) – लक्ष्मीनारायण लाल का पहला नाटक, प्रमुख पात्र … Read more

सल्तनत काल / Saltnat Kaal ( 1206 ईo – 1526 ईo )

सल्तनत कालीन वंशावली (A) गुलाम वंश / दास वंश (B) ख़िलजी वंश (C) तुग़लक़ वंश (D) सैयद वंश (E) लोदी वंश ( A ) गुलाम वंश कुतुबद्दीन ऐबक ( 1206 ईo से 1210 ईo ) 2. इल्तुतमिश ( 1211 ईo से 1236 ईo ) 3. रजिया बेगम ( 1236 ईo से 1240 ईo ) 4. … Read more

जैनेंद्र कुमार के उपन्यास ( Jainendra Kumar Ke Upanyas )

जैनेंद्र कुमार ( 2 जनवरी, 1905 – 24 दिसंबर, 1988 ) हिंदी के प्रसिद्ध उपन्यासकार हैं उन्होंने हिंदी उपन्यास को नई पहचान दिलाई उनके प्रमुख उपन्यास निम्नलिखित हैंं : – 🔹 परख ( 1929 ) – यह जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित प्रथम उपन्यास है | कट्टो, सत्यधन, बिहारी और गरिमा इस उपन्यास के प्रमुुुख पात्र … Read more

उपेंद्रनाथ अश्क के नाटक ( Upendranath Ashk Ke Natak )

उपेंद्रनाथ अश्क ( Upendranath Ashk ) छायावादोत्तर काल के प्रसिद्ध नाटककार हैं | इन्होंने हिंदी नाटक को नई पहचान दी | इन्होंने अपनी लेखनी से अनेक नाटकों की रचना की जो हिंदी नाट्य विधा को नए आयाम प्रदान करते हैं | अश्क़ जी के कुछ प्रसिद्ध नाटक निम्नलिखित हैं :- जय-पराजय ( 1937 ), वैश्या … Read more

भारतेंदु हरिश्चंद्र के नाटक ( Bhartendu Harishchandra Ke Natak )

भारतेंदु हरिश्चंद्र ( Bhartendu Harishchandra, 9 september, 1850-6January, 1885) हिंदी के आरंभिक नाटककार हैं | उन्होंने हिंदी नाटक को नई पहचान दी | उन्होंने अपनी लेखनी से अनेक उत्कृष्ट नाटकों की रचना की जिनमें से कुछ मौलिक नाटक है तो कुछ अनूदित | भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा रचित नाटकों को दो भागों में बांटा जा सकता … Read more

पथ के साथी : गद्य शैली/ भाषा शैली ( Path Ke Sathi : Gadya Shaili / Bhasha Shaili )

पथ के साथी ( Path Ke Sathi ) महादेवी वर्मा ( Mahadevi Varma ) द्वारा रचित संस्मरणात्मक कृति है | इस रचना में उन्होंने अपने युग के सात महान साहित्यकारों से संबंधित संस्मरण प्रस्तुत किए हैं | इस रचना में महादेवी वर्मा की शैली भी निराली है और भाषा भी | जिस कृति की भाषा-शैली … Read more

एरिक्सन का मनोसामाजिक सिद्धांत ( Erikson’s Psychosocial Development Theory

एरिक्सन के सिद्धांत के अनुसार पूरे जीवन में विकास के आठ चरण क्रमानुसार चलते रहते हैं | प्रत्येक चरण में एक विशिष्ट विकासात्मक मानक होता है जिसे पूरा करने में आने वाली समस्याओं का समाधान करना आवश्यक होता है | 🔹 एरिक्सन के अनुसार समस्या कोई संकट नहीं है बल्कि संवेदनशीलता और सामर्थ्य को बढ़ाने … Read more

पियाजे का संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत

डॉक्टर जीन पियाजे स्विट्जरलैंड के मनोवैज्ञानिक थे | उन्होंने संज्ञानात्मक विकास ( Cognitive Development ) का सिद्धांत दिया | 🔹 उसने स्वयं के बच्चों पर अध्ययन किया | जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते गए उनके मानसिक विकास का वे बारीकी से अध्ययन करते रहे | 🔹 उसने कहा कि बच्चों में बुद्धि का विकास उनके जन्म … Read more

शिक्षा मनोविज्ञान प्रश्नोत्तरी -2( Educational Psychology -2 )

          शिक्षा मनोविज्ञान प्रश्नोत्तरी -2 👉 अंत:दृष्टि अधिगम सिद्धांत में वस्तु की किस स्थिति पर ध्यान दिया जाता है? ▪️ संपूर्ण स्थिति पर 👉 स्टैनले हॉल ( Stanley Hall ) द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत कौन सा है? ▪️ पुनरावृति का सिद्धांत 👉 स्पीयरमैन ( Spearman ) द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत में किस प्रकार … Read more

हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग : भक्तिकाल ( Hindi Sahitya Ka Swarn Yug :Bhaktikal )

      हिन्दी साहित्य का स्वर्ण युग : भक्तिकाल  ‘भक्तिकाल’ की समय सीमा संवत् 1375 से 1700 संवत् तक मानी  जाती है । भक्तिकाल हिंदी साहित्य का सबसे महत्वपूर्ण काल है जिसे इसकी विशेषताओं के कारण इसे स्वर्ण युग कहा जाता है । राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अंतर्विरोधों से परिपूर्ण … Read more

शिक्षा मनोविज्ञान प्रश्नोत्तरी -1 ( Shiksha Manovigyan Prashnottari -1)

         शिक्षा-मनोविज्ञान प्रश्नोत्तरी 👉 गेस्टाल्टवाद ( Gestaltvad )  का जन्मदाता किसे माना जाता है?▪️ वर्दीमर ( Wertheimer ) ( जर्मनी )👉 “शिक्षा मनोविज्ञान व्यक्ति की जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक के सीखने के अनुभवों का वर्णन तथा व्याख्या करता है |” यह कथन किसका है?▪️ क्रो एंड क्रो👉 पावलव ( Pavlov ) … Read more

मूल्यांकन : अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, आवश्यकता एवं महत्त्व ( Evaluation : Meaning, Definition, Characteristics, Importance )

      मूल्यांकन : अर्थ,  परिभाषा और विशेषताएं (Mulyankan : Arth, Paribhasha Aur Visheshtayen )    ◼️ मूल्यांकन का अर्थ ( Meaning Of Evaluation )  मूल्यांकन अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण अंग है | यह पढ़ाने में अध्यापकों की तथा सीखने में विद्यार्थियों की मदद करता है |मूल्यांकन एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है … Read more