सृजनात्मकता ( Creativity )

 

     सृजनात्मकता ( Creativity )

                 

               सृजनात्मकता का अर्थ

         ( Meaning of Creativity )

 ‘सृजनात्मकता’ को अंग्रेजी भाषा में क्रिएटिविटी
( Creativity ) कहते हैं जो क्रिएटिव ( Creative ) शब्द से बना है, जिसका अर्थ है – सृजन करना,  उत्पन्न करना आदि |

 सृजनात्मकता का अर्थ है – विचारों एवं वस्तुओं में नए संबंध देखना या स्थापित करना |

                   सृजनात्मकता की परिभाषा

              ( Definitions of Creativity )

◼️  स्किनर ( Skinner ) के अनुसार :
                                     सृजनशील व्यक्ति वह है जो नए क्षेत्रों की खोज करता है,  नये अवलोकन करता है, नयी भविष्यवाणियां करता है तथा नये निष्कर्ष निकालता है |
 
 ◼️ स्टेगनर व कावोस्की ( Stagner and Karwoski ) के अनुसार :
किसी नई वस्तु का पूर्ण या आंशिक उत्पादन करना सृजनात्मकता है |
 
 उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर सृजनात्मकता की  निम्न विशेषताएं उभर कर सामने आती हैं :-
👉 सृजनात्मकता सार्वभौमिक होती है अर्थात सभी प्राणियों में होती है,  किसी में कम तथा किसी में अधिक |
👉 सृजनात्मकता द्वारा किसी नए विचार या नई वस्तु को उत्पन्न किया जा सकता है परंतु यह आवश्यक नहीं कि वह वस्तु या विचार पूर्ण रूप से नया हो |
👉 सृजनात्मकता प्रक्रम का उत्पाद मौलिक होता है |
👉 सृजनात्मकता का बुद्धि से अधिक संबंध नहीं है |
👉 प्रशिक्षण तथा शिक्षा द्वारा सृजनात्मकता को विकसित किया जा सकता है |
 
◼️ निष्कर्षत:  सृजनशीलता ( Creativity ) मौलिक कार्य करने की क्षमता है या एक ऐसी क्षमता है जिससे हम पुराने अनुभवों को पुनः निर्मित करके नई रचना करते हैं |
 

            सृजनात्मकता व बुद्धि में अंतर

  ( Difference Between Creativity And Intelligence )

▪️ सृजनात्मकता का आधार बहुविध चिंतन है जबकि बुद्धि का आधार एकविध चिंतन है |
▪️ सृजनात्मक के परीक्षणों में नवीनता,  लचीलापन तथा मौलिकता पर बल दिया जाता है जबकि बुद्धि-परीक्षणों में ज्ञानात्मक व्यवहार की गति तथा शुद्धता पर बल दिया जाता है |
▪️ सृजनशील व्यक्ति प्रायः बुद्धिमान होते हैं परंतु यह आवश्यक नहीं कि बुद्धिमान व्यक्ति सृजनशील हो |
 
 

          सृजनात्मक बालकों की विशेषताएं

( Characteristics of Creative Children )

👉 सृजनशील बालकों के विचार स्वतंत्र होते हैं |
👉 सृजनशील बालक बुद्धिमान होते हैं |
👉 इनके विचार मौलिक होते हैं |
👉 इनमें अंत:दृष्टि अधिक होती है |
👉 सृजनात्मक बालक अज्ञात व अस्पष्ट विचारों से भय नहीं खाते |
👉 इनका व्यवहार लचीला होता है |
 

 बालकों में सृजनात्मकता विकसित करने के उपाय

( How to Develop Creativity Among Children )

1. विचारों की स्वतंत्रता दी जाए|
2. लचीले व  मौलिक चिंतन को प्रोत्साहन दिया जाए |
3. डर और झिझक दूर की जाए |
4. वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना चाहिए |
5. उचित वातावरण दिया जाना चाहिए |
6. बहुविध चिंतन का विकास किया जाना चाहिए |
7. उचित पाठ्यक्रम होना चाहिए |
8. स्वस्थ आदतों का विकास करना चाहिए |
9. उचित मार्गदर्शन मिलना चाहिए |
10. सहनशीलता व दृढ़ता का विकास करना चाहिए |
 
 

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