भाषा का युद्ध ( Bhasha Ka Yuddh ) : रघुवीर सहाय
अब हम भाषा के लिए लड़ने के वक्त यह देख लें कि हम उससे कितनी दूर जा पड़े हैं जिनके लिए हम लड़ते हैं उनको हमको भाषा की लड़ाई पास नहीं लाई क्या कोई इसलिए कि वह झूठी लड़ाई थी नहीं बल्कि इसलिए कि हम उनके शत्रु थे क्योंकि हम मालिक की भाषा भी उतनी … Read more