महत्त्वपूर्ण प्रश्न ( बी ए द्वितीय सेमेस्टर – हिंदी )

प्रश्न – 1. व्याख्या — ध्रुवस्वामिनी ( जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित नाटक ) से अवतरित चार गद्यांशों में से किन्हीं दो की सप्रसंग व्याख्या करनी होगी | यह प्रश्न 12 ( 6+6 ) अंक का होगा |

(2) ध्रुवस्वामिनी नाटक से निबंधात्मक प्रश्न ( दो में से एक करना होगा ) यह प्रश्न 8 अंक का होगा |

(i) ध्रुवस्वामिनी नाटक की तात्विक समीक्षा ( नाटक के तत्त्वों के आधार पर समीक्षा )

(ii) ध्रुवस्वामिनी का कथानक/कथासार ( Dhruvsvamini Ka Kathanak/kathasar )

(iii) ध्रुवस्वामिनी नाटक की कथावस्तु की समीक्षा ( कथानक की समीक्षा )

(iv) ध्रुवस्वामिनी नाटक का उद्देश्य / मूल भाव / वर्णित समस्याएँ

(v) चंद्रगुप्त का चरित्र चित्रण ( ध्रुवस्वामिनी ) / ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर चन्द्रगुप्त का चरित्र-चित्रण

(vi) ध्रुवस्वामिनी का चरित्र चित्रण / ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर ध्रुवस्वामिनी का चरित्र चित्रण |

(3) ध्रुवस्वामिनी नाटक से लघूत्तरीय प्रश्न ( दिए गए छह प्रश्नों में से किन्हीं चार को हल करना होगा ) यह प्रश्न कुल 16 अंक का होगा |

(i) ध्रुवस्वामिनी नाटक की तात्विक समीक्षा ( नाटक के तत्त्वों के आधार पर समीक्षा )

(ii) ध्रुवस्वामिनी का कथानक/कथासार ( Dhruvsvamini Ka Kathanak/kathasar )

(iii) ध्रुवस्वामिनी नाटक की कथावस्तु की समीक्षा ( कथानक की समीक्षा )

(iv) ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार का उद्देश्य / मूल भाव / वर्णित समस्याएँ

(v) चंद्रगुप्त का चरित्र चित्रण ( ध्रुवस्वामिनी ) / ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर चन्द्रगुप्त का चरित्र-चित्रण

(vi) ध्रुवस्वामिनी का चरित्र चित्रण / ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर ध्रुवस्वामिनी का चरित्र चित्रण |

(vii) ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर रामगुप्त का चरित्र चित्रण |

(viii) ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर शकराज का चरित्र चित्रण |

(ix) ध्रुवस्वामिनी नाटक के आधार पर कोमा का चरित्र चित्रण |

(x) ध्रुवस्वामिनी नाटक की भाषा | ( ध्रुवस्वामिनी नाटक की तात्विक समीक्षा प्रश्न से करें )

(xi) ध्रुवस्वामिनी नाटक में वातावरण व देशकाल | ( ध्रुवस्वामिनी नाटक की तात्विक समीक्षा प्रश्न से करें )

(xii) ध्रुवस्वामिनी नाटक की पात्र-योजना | ( ध्रुवस्वामिनी नाटक की तात्विक समीक्षा प्रश्न से करें )

( xiii) ध्रुवस्वामिनी नाटक की संवाद योजना | ( ध्रुवस्वामिनी नाटक की तात्विक समीक्षा प्रश्न से करें )

(4 ) हिंदी साहित्य के भक्तिकाल से चार प्रश्न पूछे जाएंगे जिनमें से किन्हीं दो के उत्तर देने होंगे | यह प्रश्न 16 ( 8+8 ) अंक का होगा |

(i) संत काव्य-परंपरा एवं प्रवृत्तियां /विशेषताएं

(ii) सूफी काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां ( Sufi Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan )

(iii) राम काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां /विशेषताएं ( Rama Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan )

(iv) कृष्ण काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां/ विशेषताएं ( Krishna Kavya Parampara Evam Pravrittiyan / Visheshtaen )

(v) हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग : भक्तिकाल ( Hindi Sahitya Ka Swarn Yug :Bhaktikal ) अथवा भक्तिकाल को हिंदी साहित्य का स्वर्ण काल क्यों कहा जाता है?

(vi) भक्तिकाल की राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक परिस्थितियाँ

(5) हिंदी साहित्य के भक्तिकाल से चार प्रश्न पूछे जाएंगे जिनमें से किन्ही दो प्रश्नों का उत्तर देना होगा | यह प्रश्न 10 ( 5+5 ) अंक का होगा |

(i) संत काव्य-परंपरा एवं प्रवृत्तियां /विशेषताएं

(ii) सूफी काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां ( Sufi Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan )

(iii) राम काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां /विशेषताएं ( Rama Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan )

(iv) कृष्ण काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां/ विशेषताएं ( Krishna Kavya Parampara Evam Pravrittiyan / Visheshtaen )

(v) हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग : भक्तिकाल ( Hindi Sahitya Ka Swarn Yug :Bhaktikal ) अथवा भक्तिकाल को हिंदी साहित्य का स्वर्ण काल क्यों कहा जाता है?

( vi) संतकाव्य में गुरु के महत्त्व को स्पष्ट करें |

(vii) संतकाव्य में व्यक्त रहस्यवाद का वर्णन करें |

(viii) कबीरदास का साहित्यिक परिचय ( Kabirdas Ka Sahityik Parichay ) अथवा संत कवियों ( संतकाव्य परंपरा ) में कबीर का स्थान निर्धारित कीजिये |

(ix) रामकाव्य में समन्वय-भावना का स्वरूप स्पष्ट कीजिये |

(x) तुलसीदास के काव्य में आदर्शवाद पर नोट लिखें | अथवा रामकाव्य की प्रासंगिकता स्पष्ट करें |

(xi) सूरदास का श्रृंगार वर्णन ( Surdas Ka Shringar Varnan ) अथवा सूरदास की श्रृंगार-भावना के संयोग व वियोग पक्ष पर नोट लिखें |

(xii) सूरदास का वात्सल्य वर्णन ( Surdas Ka Vatsalya Varnan) अथवा सूरदास का वात्सल्य सम्राट क्यों कहा जाता है?

(xiii) भक्तिकाल की राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व साहित्यिक परिस्थितियां बताइये |

(6) व्यावहारिक हिंदी से चार लघूत्तरीय प्रश्न पूछे जायेंगे जिनमें से दो का उत्तर देना होगा | यह प्रश्न 10 ( 5+5 ) अंक का होगा |

(i) भाषा का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं स्वरूप |

(ii) भाषा के विविध रूप / भेद / प्रकार ( Bhasha Ke Vividh Roop / Bhed / Prakar ) |

(iii) राष्ट्रभाषा व राज भाषा में अंतर |

(iv) मानक भाषा की प्रमुख विशेषताएं |

(v) देवनागरी लिपि की विशेषताएँ ( Devnagari Lipi Ki Visheshtayen ) |

(vi) हिंदी वर्तनी की समस्याएं |

(vii) स्वरों का वर्गीकरण |

(viii) व्यंजनों का वर्गीकरण |

(7) ध्रुवस्वामिनी, हिंदी साहित्य और व्यावहारिक हिंदी की निर्धारित पाठ्य पुस्तकों के आधार पर 1-1 अंक के आठ वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे | सभी प्रश्न अनिवार्य हैं | यह प्रश्न कुल 8 अंक का होगा |

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