स्वतंत्र जुबान ( Swatantra Juban ) : लीलाधर जगूड़ी
मेरी कल्पना में एक ऐसा भी दृश्य आया आत्मा के खोजी कुत्ते सफेद रंग को घसीट कर ला रहे थे और सफेद रंग के काले खून में घुसे हुए पक्ष व विपक्ष बाहर न आने के लिए छटपटा रहे थे एक आदमी जो हर बार मेरे साथ उठता-बैठता है अमूमन हम एक-दूसरे की जासूसी करते … Read more