कृष्ण काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां/ विशेषताएं ( Krishna Kavya Parampara Evam Pravrittiyan / Visheshtaen )

कृष्ण काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां / विशेषताएँ  ( Krishna Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan/Visheshtayen )   हिंदी साहित्य के इतिहास को मोटे तौर पर तीन भागों में बांटा जा सकता है – आदिकाल, मध्यकाल और आधुनिक काल | हिंदी साहित्य-इतिहास के काल विभाजन और नामकरण को निम्नलिखित आलेख के माध्यम से भली  प्रकार समझा जा … Read more

भक्ति आंदोलन : उद्भव एवं विकास ( Bhakti Andolan : Udbhav Evam Vikas )

           भक्ति आंदोलन : उद्भव एवं विकास  ( Bhakti Andolan : Udbhav Evam Vikas )   ईश्वर के प्रति जो परम श्रद्धा, आस्था व प्रेम है – उसे भक्ति    कहते    हैं। नारद भक्ति-सूत्र    के अनुसार –“परमात्मा  के प्रति परम प्रेम को भक्ति कहते हैं |”  भक्ति शब्द की निष्पति … Read more

वस्तुनिष्ठ प्रश्न – हिंदी, बी ए प्रथम वर्ष, द्वितीय सेमेस्टर ( Objective Type Questions – Hindi, BA 1st year, 2nd Semester )

                   ⚫️ वस्तुनिष्ठ प्रश्न ( हिंदी ) ⚫️ ( बी ए प्रथम वर्ष, द्वितीय सेमेस्टर ) 👉 ‘ध्रुवस्वामिनी’ नाटक के रचनाकार का नाम लिखिए | ▪️ जयशंकर प्रसाद 👉 ‘ध्रुवस्वामिनी’ का प्रकाशन पहली बार कब हुआ था? ▪️ 1933 में 👉 ‘ध्रुवस्वामिनी’ का पहली बार प्रकाशन किसने … Read more

राम काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां /विशेषताएं ( Rama Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan )

राम काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां / विशेषताएं  ( Rama Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan / Visheshtayen )   हिंदी साहित्य के इतिहास को मोटे तौर पर तीन भागों में बांटा जा सकता है – आदिकाल , मध्यकाल और आधुनिक काल | हिंदी साहित्य-इतिहास के काल विभाजन और नामकरण को निम्नलिखित आरेख के माध्यम से भली प्रकार … Read more

सूफी काव्य : परंपरा एवं प्रवृत्तियां ( Sufi Kavya : Parampara Evam Pravrittiyan )

सूफी काव्य परंपरा एवं प्रवृत्तियां ( Sufi Kavya: Parampara Evam Pravrittiyan / Visheshtayen ) हिंदी साहित्य के इतिहास को मोटे तौर पर तीन भागों में बांटा जा सकता है : आदिकाल, मध्यकाल और आधुनिक काल | हिंदी साहित्य-इतिहास के काल विभाजन और नामकरण को निम्नलिखित आलेख के माध्यम से भली प्रकार समझा जा सकता है : अत: … Read more